Paryayvachi Shabd In Hindi For Competitive Exams 

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  1. अरण्य ☛ विपिन, वन, अटवी, कानन, जंगल. 
  2. अनुपम ☛ अनूठा, अपूर्व, अदभूत, अद्वितीय, अनोखा.
  3. अचला ☛ क्षिति, धरा, पृथ्वी, वसुधा, वसुन्धरा, धरती. 
  4. अचल ☛ शैल, नग, गिरि, महिधर, आद्रि.
  5. असुर ☛ राक्षस, निशाचर, दनुज, दानव, दैत्य, रजनीचर, तमीरचर, यातुधान, सुरारि. 
  6. अभिजात ☛ पूज्य, श्रेष्ठ, उच्च, कुलीन.
  7. अरुण – सू्र्य, सिन्दूर. 
  8. अनार ☛ शुकप्रिय, रामबीज, दाड़िम. 
  9. अन्वेषण ☛ जाँच, शोध, अनुसंधान, गवेषण, खोज.
  10. अप्सरा ☛ दिव्यांगना सुरसुन्दरी, देवबाला, देवांगना, सुरबाला.
  11. अभिप्राय ☛ मायने, अर्थ, तात्पर्य, आशय, मतलब. 
  12. आनन्द ☛ विनोद, सुख, चैन, प्रसन्नता मोद, उल्लास, प्रमोद, हर्ष, आह्लाद.   
  13. आम ☛ अमृतफल, अंब, फलश्रेष्ठ, मन्मथालय, सहकार, रसाल, आम्र, पियुम्बु, पिकबन्धु. 
  14. आयुष्यमाण ☛ दीर्घजीवी, चिरंजीव, दीर्घायु, शतायु, चिरायु. 
  15. आचार ☛ चाल ☛चलन, चरित्र, स्वभाव, धूलि, चाल ☛ढ़ाल.  
  16. आख्यान ☛ किस्सा, कहानी, कथा, वृत्तान्त, इतिवृत्त.  
  17. आक्षेप ☛ इल्जाम, आरोप, दोषारोपण, अभियोग.  
  18. आकाश गंगा ☛ नभगंगा, स्वर्गनदी, सुरनदी, मन्दाकिनी, नभोनदी.
  19. आडम्बर ☛ ढ़ोंग,  प्रपंच, ढ़कोसला, स्वांग, दिखावा.
  20. इन्द्राणी ☛ मद्यावानी, शतावरी, पौलोमी, इन्द्रवधू, इन्द्रा, शची, पुलोमजा.  
  21. इन्द्र ☛ पुरन्दर, कौशिक, देवराज, सुरपति, शचीपति, मधवा, शक,
  22.  मेघपति, सुरेन्द्र, सहस्राक्ष, अमरपति, जिष्णु, सुरेश,पुरहुत, बिबुधेश, वज्रधर. 
  23. इन्द्रधनुष ☛ इन्द्रधनु, सूरचाप, धनुक, शक्रचाप, सप्तकर्ण धनु.
  24. ईर्ष्या ☛ स्पर्धा, मत्सर, जलन, डाह, कुढ़न, द्वेष.  
  25. ईमानदारी ☛ सदाशयता, निष्कपटता, निश्छलता, दयनतरी.  
  26. ईख ☛ रसद, गन्ना, ऊख, रसडंड, रसाल, पैड़ी. 
  27. उत्कंठा ☛ लालसा, आतुरता, चाव, उत्सुकता, प्रबल इच्छा.
  28. उपासना ☛ इबादत, आराधना, पूजा, सेवा, अर्चना, प्रार्थना.
  29. उपमा ☛ समानता, सादृश्य, मिलान, तुलना.
  30. उन्मूलन ☛ उत्सादन, निरसन, अंत, खात्मा.  
  31. उपालंभ ☛ शिकवा, शिकायत, उलाहना. 
  32. उपहास ☛ उपेक्षा, हँसी, खिल्ली, अपमान. 
  33. उल्लू ☛ लक्ष्मीवाहन, कौशिक, उलुक.
  34. ऊष्मा ☛  तपन, गर्मी, ताप, उष्णता, ताव.
  35. ऊँघ ☛, झपकी, अलसाई, अर्धनिद्रा, तंदा ऊँघाई. 
  36. ऊँट ☛ महाग्रीव, लम्बोष्ठ, उष्ट्र.
  37. ऋद्धि ☛ वृद्धि, बढ़ती, बढ़ोत्तरी, सम्पन्नता, समृद्धि. 
  38. ऋषि ☛ सन्त, साधु, मुनि, महात्मा, मन्त्रद्रष्टा, मनीषी.
  39. ओस ☛ तुहिनकण, तुषार, हिमबिन्दु, हिमकण, हिमसीकर. 
  40. ओज ☛ दम, ताकत, जोर, शक्ति, बल, उर्जा, पराक्रम. 
  41. ओठ ☛ ओष्ठ, होंठ, रदच्छद, अधर, दंतच्छद.
  42. औषधि ☛ औषध, भेषज, दवाई, दवा, रसायन.
  43. कली ☛ कल्पशाल, कोपल, कलिका, जालक, मुकुल, नवपल्लव, अँखुवा, ताम्रपल्लव. 
  44. कमल ☛ जलज, नीरज, नलिन, उत्थल, इन्दीवर, शतदल, शतपत्र, सरसिज, सरोज, सरसीरुह, सरोरुह, राजीव, वारिज,कंज, कुवलय, कोकनद, अरविन्द, अंबुज, अम्भोज, अब्ज, तामरस, मकरन्द, पुण्डरीक, पंकज, पाथोज, पद्म, परिजात.
  45. कल्याण ☛ भलाई, मंगल, क्षेम, वंचना. 
  46. कर ☛ शुल्क, मालगुजारी, महसूल. 
  47. कर ☛ बाँह, हाथ, भुज, हस्त, पाणि. 
  48. कला ☛ विद्या, कौशल, फन, हुनर. 
  49. कन्या ☛ किशोरी, बालिका, कुमारी, कुँअारि, अविवाहित, बाला, अनूढ़ा. 
  50. कण्ठ ☛ गला, ग्रीवा, शिरोधरा. 
  51. कटाक्ष ☛ आक्षेप, व्यंग्य, छींटाकशी. 
  52. कबूतर ☛ कपोत, परेवा, हारीत, पारावृत, रक्तलोचन.
  53. कामदेव ☛ मन्मथ, मदन, मयन, मनोभव, मार, मनोज, मनसिज, मीन केतु, कुसुमशर, कन्दर्प, अनंग, रतिपति, कमरध्वज, केतन, पुष्पधन्वा, पन्चशर, स्मर. 
  54. कामुकता ☛ भोगासक्ति, इन्द्रियलोलुपता, विषयासक्ति, व्यभिचारिता, लम्पटता. 
  55. कानाफूसी ☛ फुसफुस, खुसर – फुसर, फिसफिस. 
  56. किरण ☛ अंशु, कर, रश्मि, मरीचि, मयूख. 
  57. कार्तिकेय ☛ शरभव, कुमार, स्कंद, षडानन. 
  58. कुत्सित ☛ बुरा, नीच, खराब, हेय, अधम, निकृष्ट, गर्हित, घृणित, लम्पट. 
  59. क्रूर ☛ निर्दय, निर्दयी, कठोर, दयाहीन.  
  60. कुबेर ☛ धनपति, धनेश्वर, धनद, धनेश, धनाधिप, राजराज, नृपराज, किन्नरेश, धनपाल, अधिपति, अलंकेश, यक्षराज. 
  61. कुत्ता ☛ सारमेय, श्वान, कुक्कुर, श्वा, शुनक. 
  62. कूटनीति ☛ दाँव – पेंच, छलबल, चाल, घात, कूटयुक्ति. 
  63. कोयल ☛ पिक, कलघोष, कोकिल, वसन्तदूत, काकपाली, मदनशलाका, श्यामा.
  64. कृष्ण ☛ कन्हैया, श्याम, मोहन, मुरारी, वंशीधर माधव, नंदलाल, मुरलीधर, बनमाली, बनवारी, नंदनंदन, वासुदेव, गोविन्द, मुकुन्द, दामोदर, गिरिधर, गोपीनाथ, क्षीरसायी, ब्रज वल्लभ, हृषीकेश. 
  65. कृतज्ञ ☛ आभारी, एहसानमन्द, उपकृत, अनुगृहीत, ऋणी, कृतार्थ. 
  66. कंचन ☛ स्वर्ण, सोना, कनक, सुवर्ण.
  67. केश ☛ बाल, लट, कच, अलक, कुन्तल. 
  68. केला ☛ भानुफल, कदली, मोभा, रम्भा.
  69. खग ☛ पक्षी, विहग, विहंग, चिड़िया, पंक्षी, शकुनि, पखेरु, द्विज. 
  70. खल ☛ दुर्जन, दष्ट, पामर, नीच, कुटिल, शठ, अधम, धूर्त नृशंस.
  71. गंगा ☛ अलकनन्दा, भगीरथी, जाह्नवी, देवनदी, सुरसरि, देवसरि, सुरध्वनि, नदीश्वरी, मन्दाकिनी, देवापगा, विष्णुपदी, त्रिपथगा. 
  72. गणेश ☛ गजानन, विनायक, एकदन्त, महाकाय, गणाधि, लम्बोदर, हेरम्ब, गजबदन्, गिरिजा ☛ नन्दन, गौरीसुत, मोदकप्रिय, मूषक ☛वाहन, विघ्न ☛विनायक, भवानी ☛नन्दन, द्वयमातुर.
  73. गरुण ☛ हरियान, खगपति, खगेश, पन्नगारि, उरगारि, सुपर्ण, नागान्तक, वैनतेय, वातनेय. 
  74. गण ☛ समुदाय, समूह, अनुचर, दूत, अनुयायी. 
  75. गज ☛ हस्ती, हस्ति, कुंजर, गयन्द, मतंग, करि, मातंग, कुंभी, वितुण्ड.
  76. गूढ़ ☛ गहन, जटिल, कठिन, पेचीदा, दुर्बोध, संलिष्ट, दुरुह.
  77. घुमक्कड़ ☛ पर्यटक, घुमन्तू, सैलानी, विचरणशील, यायावर, रमता. 
  78. घिनौना ☛ घृणित, घृण्य, घृणास्पद, गर्हित, गंदा, हेय, वीभत्स. 
  79. घड़ा ☛ कुंभ, घट, कलश, गगरी, गगरा.
  80. चक्षु ☛ नेत्र, आँख, नयन, लोचन, दृग, अक्षि.
  81. चश्मा ☛ ऐनक, सहनेत्र, उपनयन, उपनेत्र.
  82. छोह ☛ स्नेह, प्रेम, दुलार, प्यार, ममता, मोहब्बत. 
  83. छाती ☛ वक्ष, सीना, वक्षस्थल, वक्षप्रान्त, उर.
  84. जानकी ☛ वैदेही, सीता, जनकतनया, जनकात्मजा, जनकसुता.
  85. जमुना ☛ यमुना, कालिन्दी, सूर्यतनया, रविनन्दनी, सूर्यसुता, तरणिजा, कृष्णा, रवितनया, अक्रजा.
  86. झण्डा ☛ ध्वजा, निशान, पताका, केतु.
  87. ठग ☛ प्रवंचक, वंचक, प्रतारक, जालसाज, अड़ीमार. 
  88. ठौर ☛ जगह, ठिकाना, स्थल, स्थान.
  89. डाकू ☛ डकैत, लुटेरा, साहसिक, लुंठक, दस्यु, बटमार. 
  90. डायरी ☛ दैनिकी, रोजनामचा, दैनंदिनी.
  91. डाँवाडोल ☛ अस्थिर, असन्तुलित, अदृढ़, ढीला, विचलित, ढुलमुल.
  92. ढीठ ☛ गुस्ताख, बेशर्म, धृष्ट, अविनीत, प्रगल्भ, उद्धत. 
  93. ढिठाई ☛ बेशर्मी, गुस्ताखी, अशिष्टता, धृष्ठता, अविनय.
  94. ढाढ़स ☛ सांत्वना, आश्वासन, दिलासा, धीरज, तसल्ली, इतमीनान.
  95. तलवार ☛ कृपाण, असि, खड्ग, करवाल, शम्शीर, चन्द्रहास. 
  96. तम ☛ अँधेरा, अन्धकार, तिमिर, तमिस्रा, ध्वान्त. 
  97. तरुणी ☛ यौवनवती, युवती, सुन्दरी, नवयुवती, रमणी, प्रमदा, मनोज्ञा. 
  98. तरु ☛ वृक्ष, पेड़, पादप, विटष, द्रुम. 
  99. तटस्थ ☛ निष्पक्ष, उदासीन, निरपेक्ष, बेलाग, निर्लिप्त. 
  100. तरंग ☛ लहर, हिलोर, वीचि, उल्लोल, उर्मि. 
  101. तनिक ☛ जरा, थोड़ा, लेशमात्र, किंचित, रंचमात्र. 
  102. तथापि ☛ तिसपर भी, तो भी, फिर भी, इसके बावुजूद, तदपि. 
  103. तन्मयता ☛ एकाग्रता, लगन, ध्यानमग्नता, तल्लीन, तल्लीनता, लवलीनता. 
  104. तन्मय ☛ लवलीन, लीन, मग्न, ध्यानमग्न, तल्लीन. 
  105. तामरस ☛ नीरज, पंकज, कमल, सरसिज, इन्दीवर, पुण्डरीक.
  106. तानाशाह ☛ अधिनायक, डिक्टेटर, निरंकुश शासक. 
  107. तोता ☛ सुग्गा, सुआ, शुक, प्रिय, कीर, दाड़िम, रक्ततुण्ड. 
  108. तत्पर ☛ तैयार, मुस्तैद, संन्नद्ध, कटिबद्ध, उद्यत. 
  109. तारतम्य ☛ क्रम, परम्परा, सिलसिला. 
  110. तरुण ☛ जवान, युवक, नवयुवक, युवा, नवजवान. 
  111. तादात्म्य ☛ एकरुपता, एकात्मक, एकान्विता, अनन्यता, सारुप्य, तद्रुपता, अभिन्नता. 
  112. तिरस्कार ☛ अपमान, बेइज्जती, निरादर, उपेक्षा, अवहेलना, अवमानना. 
  113. तालिका ☛ सूची, सारणी, फेहरिस्त.
  114. तारा ☛ नक्षत्र, तारक, उड्डगण, नखत. 
  115. तेजस्वी ☛ प्रतापी, तेजोमय, तेजवान्, कांतिमय, वर्चस्वी.
  116. त्रुटि ☛ भूल, चूक, गलती. 
  117. त्रास ☛ भय, आतंक, डर, भीति, आशंका.
  118. थपेड़ा ☛ थप्पर, झापड़, चपेटा, चाँटा, धौल.
  119. थोथा ☛ खोखला, खाली, रिक्त, पोला, छूछा.
  120. दक्ष ☛ चतुर, कुशल, निपुण, होशियार, पारंगत, निष्णात, प्रवीण. 
  121. दंगा ☛ झगड़ा, फसाद, उत्पात, ऊधम, उपद्रव.
  122. दमन ☛ वश, नियंत्रण, अवरोध, रोक, निग्रह. 
  123. दमक ☛ चमक, जगमगाहट, दीप्ति, कान्ति, द्युति, आभा. 
  124. दयामय ☛ दयालु, कृपालु, मेहरबान, दयावान, कृपानिधि, करुणामय.
  125. दर्शन ☛ भेंट, मुलाकात, आमना ☛सामना, साक्षात्कार. 
  126. दर्प ☛ घमंड, अहंकार, अभिमान, गर्व, दंभ. 
  127. दल ☛ समूह, गुट, संघ, गिरोह, दस्ता, टुकड़ी, जत्था, यूथ.
  128. दानव ☛ दैत्य, राक्षस, निशाचर, असुर, शंबर. 
  129. दासी ☛ बाँदी, नौकरानी, किंकरी, परिचायिका, अनुचरी. 
  130. दिनांक ☛ तिथि, तारीख, मिति. 
  131. दामिनी ☛ चंचला, चपला, तड़ित, प्रभा, पीत ☛प्रभा. 
  132. दिन ☛ दिवस, दिवा, वासर, वार, अह्न.
  133. दिव्य ☛ लोकातीत, लोकोत्तर, स्वर्गिक, अलौकिक.
  134. द्विज ☛ ब्रह्मज्ञानी, ब्राह्मण, वेदविद्.
  135. दुर्गा ☛ दुर्गे, दुर्गम्या, दुर्गमता, चण्डी, चण्डिका, शक्ति, सिंहवाहिनी, कामाक्षी, कालिका, कल्याणी, कुमारी, महागौरी, सुभद्रा, नारायणी, महामाया, भवानी, भगवती, दुर्गातिशमनी, दुर्गापद्धिनिवारिणी, दुर्गमच्छेदनी, दुर्गसाधिनी, दुर्गनाशिनी, दुर्गनिहन्त्री, दुर्गमापहा, दुर्गमज्ञानदा, दुर्गदैत्यलोकदवानला, दुर्गया, दुर्गमगा, दुर्गमालोक, दुर्गमात्मस्वरुपिणी, दुर्गमार्गप्रदा, दुर्गमविद्या, दुर्गमाश्रिता, दुर्गमज्ञानसंस्थाना, दुर्गमध्यानभासिनी, दुर्गमार्थस्वरुपिणी, दुर्गमोह, दुर्गमासुर संहन्त्री, दुर्गभ, दुर्गमेश्वरी, दुर्गभीमा, दुर्गभामा, दुर्गदारिणी, दुर्गतोदारिणी, दुर्गमायुधधारिणी. 
  136. दुर्बोध ☛ जटिल, कठिन, दुरुह, गूढ़, क्लिष्ट.
  137. देवता ☛ देव, सुर, विवुध, अमर, निर्जर, त्रिदश, अमत्य, आदित्य, गीर्वाण. 
  138. दुस्तर ☛ कठिन, विकट, अगम्य, औघट. 
  139. देवबाला ☛ अप्सरा, देवनारी, देववधू, सुरबाला, सुरनारी, अमरनारी, देवांगना. 
  140. दाँत ☛ दन्त, रद, द्विज, मुखक्षुर, दशन, रदन. 
  141. दोष ☛ अवगुण, ऐब, बुराई, खराबी, दूषण. 
  142. दोषी ☛ अपराधी, कसूरवार, अपचारी, अभियुक्त. 
  143. दर्पण ☛ शीशा, आईना, आरसी, प्रतिमान, मुकुर. 
  144. द्रौपदी ☛ कृष्णा, पांचाली, याज्ञसेनी, द्रुपदसुता. 
  145. द्वेष ☛ शत्रुता, दुशमनी, खार, बैर, ईष्या, विरोध जलन, मात्सर्य, डाह.
  146. धनवान ☛ धनपति, धनी, दौलतमंद, धनाढ्य, धन्नासेठ, मालदार, पैसेवाला. 
  147. धनन्जय ☛ वाहना, अर्जुन, पार्थ, गुडाकेश, किरीटिश्श्वेत, वीभत्सुर्विजयी, कौन्तेय, गांडीवधर. 
  148. धनुष ☛ चाप, कमान, पिनाक, कोदंड, शरासन. 
  149. धरोहर ☛ अमानत, जमा, थाती. 
  150. धनुर्धर ☛ तीरंदाज, धनुधारी, धन्वी, निषंगी, कमनैत.
  151. नमक ☛ लवण, लोन, नोन, नून, समरस. 
  152. नरक ☛ जहन्नुम, दोजख, यमलोक, यमालय, यमपुर.
  153. नक्षत्र ☛ तारा, सितारा, उडु, ऋक्ष, तारक, खद्योत. 
  154. नंगा ☛ नग्न, निर्वस्त्र, खुला, अनावृत, दिगम्बर. 
  155. नवल ☛ अजब, अनोखा, विचित्र, अद्भुत, विलक्षण. 
  156. नरेन्द्र ☛ भूपति, राजा, नरपति, भूप, भूपाल, नरेश.
  157. नश्वर ☛ विनाशी, नाशाधीन, नाशवान्, अनित्य, मरणशील. 
  158. नाम ☛ प्रसिद्धि, ख्याति, यश, बड़ाई,  मशहूरी, शेहरत, कीर्ति.
  159. नाविक ☛ मल्लाह, नौचालक, पोतवाहक, पोतचालक. 
  160. नाशवान ☛ विनाशी, नश्वर, क्षणभंगुर, अस्थिर, क्षणिक.
  161. निरपेक्ष ☛ निष्पक्ष बेलाग, अलग, उदासीन, पटस्थ.
  162. निष्पतित ☛ इति, समाप्ति, अन्त. 
  163. निष्कलंक ☛ साफ, बेदाग, बे ☛ऐब, स्वच्छ, निर्दोष. 
  164. निष्ठा ☛ आस्था, विश्वास, यकीन, श्रद्धा. 
  165. निस्संदेह ☛ अवश्य, जरुर, बेशक, सचमुच, बिलाशक, वस्तुतः, वाकई. 
  166. निस्तब्धता ☛ सन्नाटा, शान्ति, खामोशी, चुप, नीरवता. 
  167. नीचता ☛ कमीनापना, क्षुद्रता, तुच्छता, ओछापन, अधमता. 
  168. नेता ☛ सरदार, मुखिया, अग्रणी, प्रधान, अगुआ.
  169. न्यून ☛ थोड़ा, अल्प, जरा, कम, नाकाफी.
  170. पंथ ☛ मत, धर्म, सम्प्रदाय. 
  171. पंथ ☛ पथ, रास्ता, डगर, राह, मार्ग. 
  172. पंक ☛ कीच, कर्दम, कीचड़.
  173. पटरानी ☛ बड़ी रानी, महारानी, प्रमुख रानी, राजमहिषी. 
  174. पटु ☛ कुशल, पारंगत, निपुण, होशियार, प्रवीण, निष्णात, दक्ष. 
  175. पत्ता ☛ पत्र, पर्ण, पल्लव, दल, छदन, पात. 
  176. पताका ☛ ध्वज, ध्वजा, फरहरा, झण्डा, केतु, निशान. 
  177. पत्तन ☛ शहर, नगर, नगरी, पुर, पुरी.
  178. पण्डित ☛ विद्वान, बुध, सुधी, धीर, प्राज्ञ, विज्ञ, सुविज्ञ, कोविद, मनीषी, विलक्षण. 
  179. पर्वत ☛ पहाड़, भूमिधर, भूधर, नग, गिरि, शैल, मेरु, तुंग, धराधर, महीधर, अचल. 
  180. पक्षी ☛ परिन्दा, पंछी, द्विज, खग, चिड़िया, अंडज, विहग, विहंग, पतंग, पखेरु, शकुनि, शकुन्त. 
  181. पथिक ☛ राही, यात्री, पंथी, मुसाफिर, बटोही. 
  182. पथ्य ☛ आहार, भोजन, भोज्य पदार्थ. 
  183. पद ☛ पैर, कदम, पाँव, चरण, पाद, पग, पगु. 
  184. पराग ☛ पुष्परज, पुष्पधूलि, रंज, कुसुमरज. 
  185. परशुराम ☛ परशुधर, जामदग्न्य, रेणुकातनय, भृगुसुत, भृगुनन्दन, भार्गव.
  186. पराया ☛ गैर, दूसरा, बेगाना, और. 
  187. परमार्थ ☛ परोपकार, उपकार, भलाई. 
  188. पराक्रम ☛ शक्ति, ताकत, बल, पौरुष, पुरुषार्थ. 
  189. परिक्रमा ☛ फेरा, चक्कर, परिभ्रमण, प्रदक्षिणा. 
  190. पराजित ☛ परास्त, पराभूत, हारा हुआ, विजित. 
  191. परिचय ☛ पहचान, जानकारी, मुलाकात, वाकफियत, अभिज्ञान. 
  192. परिणय ☛ विवाह, शादी, ब्याह, पाणिग्रहण. 
  193. परिचर्या ☛ खिदमत, देख ☛भाल, सेवा, टहल, चाकरी, शुश्रूषा. 
  194. परिताप ☛ दर्द, पीड़ा, दुःख, क्लेश, व्यथा. 
  195. परिणाम ☛ निष्कर्ष, अंजाम, फल, नतीजा, निष्पतित. 
  196. परिपाटी ☛ प्रचलन, प्रथा, चलन, रीति, रिवाज, तरीका, ढंग, परम्परा, रुढि, दस्तूर, प्रणाली, पद्धति. 
  197. परिवर्तन ☛ बदलाव, तबदीली, फेर ☛बदल, हेर ☛फेर, अदल ☛बदल. 
  198. परिभव ☛ तिरस्कार, अपमान, अवमान, अनादर, अवहेलना, उपेक्षा. 
  199. परिमण्डल ☛ परिधि, घेरा, चक्कर, वृत्त. 
  200. परिवार ☛ खानदान, कुनबा, कुल, कुटुम्ब, घराना. 
  201. परिवाद ☛ अपवाद, बुराई, निन्दा, अपयश, बदनामी, अपकीर्त्ति.
  202. परिष्कार ☛ संस्कार, संशोधन, शुद्धि, सफाई, परिमार्जन. 
  203. परिष्कृत ☛ साफ, स्वच्छ, शुद्ध, परिमार्जित, प्रांजल.
  204. पुरातन ☛ पुराना, प्राचीन, प्राक्त, भूतकालीन, पूर्वकालीन, प्राक्कालीन. 
  205. पुश्कल ☛ बहुत, अधिक, प्रचुर, इफरात, ढेर ☛सा, अत्यन्त, अतिशय, विपुल.
  206. प्रारब्ध ☛ नसीब, किस्मत, तकदीर, प्रालब्ध, अदृष्ट, भाग्य. 
  207. प्रपात ☛ स्रोत, झरना, निर्झर, उत्स. 
  208. प्रभा ☛ प्रकाश, दीप्ति, द्युति, चमक, विभा. 
  209. प्रौढ़ ☛ बुजुर्ग, प्रबुद्ध, अधेड़, पक्की उम्र का. 
  210. प्रार्थना ☛ विनती, विनय, निवेदन, अर्ज, आराधना, याचना.
  211. पृथ्वी ☛  भू, भूमि, अचला, धरा, धरती, धरित्री, धरणी, क्षोणी,  क्षिति, जगती, उर्वी, मेदिनी, मही, धाप्ती, वसुमति, बीजप्रसु, अवनि, ईला, वसुधा, वसुन्धरा, प्रहुभि.
  212. फुनगी ☛ कली, मंजरी, अंकुर, कोंपल, किसलय. 
  213. फौरन ☛ तुरन्त, जल्दी, शीघ्र, तत्काल, त्वरित, तत्क्षण. 
  214. फणी ☛ साँप, सर्प, नाग, फणधर, उरग. 
  215. फणीन्द्र ☛ सर्पराज, शेषनाग, नागराज, वासुकि, उरगाधिपति.
  216. बन्धन ☛ नियंत्रण, रोक, कैद, रुकावट, बाधा. 
  217. बन्दर ☛ वानर, कपीश, कपि, हरि, मर्कट, कीश, शाखामृग.
  218. बलात्कार ☛ बलात्संभोग, सतीत्वहरण, शीलहरण, शीलभंग, शीलाघात, बल ☛प्रयोग. 
  219. वसन्त ☛ ऋतुराज, ऋतुपति, कुसुमाकर, माधव, मधुमास. 
  220. बहुतायत ☛ अधिकता, आधिक्य, बहुलता, प्रचुरता, सरसाई.
  221. बाण ☛ तीर, इषु, तोमर, शर, नाराच, सायक, अाशुग, शिलीमुख, विशिख.
  222. बोध ☛ विवेक, समझ, बुद्धि, ज्ञान, जानकारी. 
  223. ब्राह्मण ☛ भूसुर, विप्र, महीसुर, द्विज, भूदेव. 
  224. ब्रह्माण्ड ☛ संसार, दुनिया, विश्व, जगत्, जगती. 
  225. ब्रह्मा ☛ प्रजापति, गिरापति, पितामह, चतुरानन, विरंचि, विधाता, विधना, विधि, लोकेश, स्रष्टा, हिरण्यगर्भ, हंसवाहन, स्वयंभू, आत्मभू, कर्त्तार, नाभिजन्मा, सदानन्द, अण्डज, कमलासन.
  226. भगिनी ☛ बहन, दीदी, जीजी, सहोदरा. 
  227. भंगिमा ☛ वक्रता, कुटिलता, टेढ़ापन. 
  228. भंडार ☛ मालखाना, गोदाम, आगार, संग्रहालय, संग्रहागार. 
  229. भंगुर ☛ नश्वर, नाशवान, क्षणिक, क्षणभंगुर, भग्नशील. 
  230. भव्य ☛ मनोहर, शानदार, आलीशान, दिव्य, रमणीय. 
  231. भला ☛ बढ़िया, नेक, अच्छा, सज्जन, उत्तम. 
  232. भर्त्सना ☛ झिड़की, कुत्सा, डाँट ☛डपट, निन्दा, फटकार, दुत्कार.
  233. भाँड ☛ मसखरा, जोकर, विदूषक. 
  234. भाल ☛ माथा, कपाल, ललाट, मस्तक.
  235. भारती ☛ शारदा, सरस्वती, वीणावादिनी, वाचा, वाणी, वागीश, वागेश्वरी, विधात्री, विद्यादेवी, गिरा, ब्राह्मी. 
  236. भास्कर ☛ दिवाकर, दिनकर, प्रभाकर, प्रकाशवान, चमकीला, चमकदार, दीप्तिमय, अाभामय. 
  237. भाषा ☛ जबान, वाणी, बोली, गिरा. 
  238. भाषाविज्ञान ☛ भाषाशास्त्र, शब्दशास्त्र, शब्दविज्ञान, अक्षरशास्त्र.
  239. भेदिया ☛ भेदी, जासूस, दूत, गुप्तचर. 
  240. भ्रष्ट ☛ लुच्चा, लफंगा, लम्पट, दुष्ट, बदमाश, पाजी, दुर्वृत्त. 
  241. भौचक्का ☛ हैरान, चकित, आश्चर्यचकित, हक्का ☛बक्का, विस्मित. 
  242. भूल ☛ चूक, गलती, त्रुटि, भ्रम, अशुद्धि. 
  243. भोला ☛ सीधा, सरल, निर्दोष, निष्छल, निष्कपट, निष्काम, अकुटिल. 
  244. भ्रमर ☛ मधुराज, मधुकर, मधुभक्षी, मधुप, भौंरा, भृंग, अलि, द्विरेफे, षट्पद.
  245. मन्दन ☛ मंद, धीमा, अद्रुत, अशीघ्र, वेग ☛हीन. 
  246. मन्दिर ☛ देवगृह, देवस्थान, देवालय, ईशगृह. 
  247. मण्डित ☛ सज्जित, सुसज्जित, समलंकृत, विभूषित, सुशोभित, अलंकृत. 
  248. मंगल ☛ उपकार, परोपकार, भला, भलाई, कल्याण, हित, नेकी.
  249. मन्थन ☛ अवगाहन, संघर्षण, बिलोना. 
  250. महादेव ☛ शिव, शंकर, शम्भु, हर, महेश, वामदेव, चंद्रशेखर, नीलकण्ठ, भूतनाथ, रूद्र, त्रिलोचन, गिरीश, गंगाधर, उमापति,पशुपति, कैलाशपति, गिरजापति, कपर्दी, शितिकण्ठ, महेश्वरी, त्रिपुरारी. 
  251. मछली ☛ मत्स्य, शफरी, मीन, जल ☛जीवन, झष. 
  252. मनीषी ☛ विद्वान, ज्ञानी, पण्डित, विचारक, चिन्तक, निष्णात्, मुर्द्धन्य. 
  253. मद ☛ मदहोशी, नशा, मतवालापन, मादकता. 
  254. मद ☛ अहंकार, घमण्ड, दम्भ, गर्व, अभिमान. 
  255. मदिरा ☛ दारू, शराब, मधु, मद्य, मध्वासव, सोम, सुरा, हाला, आसव, माध्वाक, माध्विजा, वारूणी.
  256. मनगढ़न्त ☛ कल्पित, काल्पनिक, खयाली, अवास्तविक, यथार्थरहित. 
  257. मत ☛ राय, सम्मति, धारणा, विचार, मन्तव्य. 
  258. मतभेद ☛ असहमति, असम्मति, विरोध, मतद्वैध, वैमनस्य. 
  259. मनचाहा ☛ इच्छित, मनोवांछित, यथेष्ट, यथेच्छ, अभिलाषित, अभीष्ट. 
  260. मनोरम ☛ मनोहर, सुन्दर, मनभावन, मंजुली, रमणीय, मनोज्ञ.
  261. मृत्यु ☛ निधन, मौत, अन्तकाल, देहान्त, देहावसान, स्वर्गवास, शरीरान्त, प्राणान्त, ईन्तकाल. 
  262. मेघ ☛ बादल, पयोधर, धराधर, वारिधर, घन, वारिद, जीमूत, नीरद, पयोद, जगजीवन, अम्बुद, जलचर. 
  263. मेधावी ☛ बुद्धिमान्, प्रज्ञावान्, बुध, सुधी. 
  264. मेढक ☛ मण्डूक, दादुर, भेक, वर्षा ☛भू, चातक, वर्षाप्रिय, दर्दुर, शालू, शालूक. 
  265. मैना ☛ चित्राक्षी, चित्रनेत्रा, मदन, कलहप्रिया, सारिका. 
  266. मैला ☛ मलिन, गन्दा, अस्वच्छ, अशुद्ध, कलुषित.
  267. मोक्ष ☛ मुक्ति, निर्वाण, अपवर्ग, अमृतत्व, कैवल्य, परमपद, परमगति, परमधाम, सद्गति. 
  268. मोर ☛ सारंग, मयूर, नीलकण्ठ, केकी, कलापी, हरि, शिखी, शिखण्डी, बर्हि, ध्वजी, भुजगारि, शिव ☛सुत ☛वाहन. 
  269. मोहक ☛ सुन्दर, मनहर, मनोहर, मनभावन, दिलकश, लुभावन, आकर्षक.
  270. यश ☛ प्रसिद्धि, नाम, नेकनामी, कीर्त्ति, ख्याति. 
  271. यम ☛ यमराज, काल, धर्मराज, सूर्यपुत्र, जीवनपति, शमन, कीनास, जीविनेश, मृत्युपति, यमुनाभ्राता, दण्डधर, श्राद्धदेव, अन्तक, कतान्त. 
  272. यमुना ☛ कृष्णा, जमुना, यमभगिनी, कालिन्दी, अक्रजा, रवितनया, कालगंगा, तरणितनूजा, भानुजा, अक्रसुता, सूर्यसुता.
  273. यौगिक ☛ मिश्र, संश्लिष्ट, संयुक्त, जुड़ा हुआ, मिला हुआ. 
  274. युद्ध ☛ लड़ाई, जंग, रण, समर, संग्राम. 
  275. युद्धभूमि ☛ रणक्षेत्र, युद्धक्षेत्र, रणस्थल, समरक्षेत्र, युद्ध का मैदान.
  276. रक्त ☛ खून, लहू, लौहित, लोहू, रुधिर, शोणित. 
  277. रक्तपात ☛ खून ☛खराबा, लड़ाई ☛झगड़ा, मार ☛काट. 
  278. रंक ☛ निर्धन, कंगाल, दरिद्र, धनहीन, अकिंचन. 
  279. रक्षा ☛ सुरक्षा, बचाव, हिफाजत, रखवाली, त्राण. 
  280. रमणी ☛ औरत, स्त्री, नारी, वनिता, वामा, भामा. 
  281. रत ☛ मग्न, लिप्त, तल्लीन, लीन, अनुरक्त. 
  282. रविवार ☛ इतवार, आदित्यवार, रविवासर, सूर्यवार. 
  283. रमा ☛ लक्ष्मी, इन्दिरा, पद्मा, श्री, विष्णुप्रिया, कमला, कमलासना.
  284. रावण ☛ दशकन्धर, दशकण्ठ, दशशीश, दशवदन, दशानन, दैत्येन्द्र, लंकेश, लंकाधिपति, राक्षसराज. 
  285. राजा ☛ सम्राट, भूप, भूपति, नृप, नृपति, नरेश, नरपति, महीप, राव, नरेंद्र, महिपति, पृथ्वीपति, पृथ्वीनाथ, पृथ्वीपाल, भूपाल, भूस्वामी. 
  286. राज्यपाल ☛ गवर्नर, राज्यपति, प्रांतपति, सूबेदार. 
  287. राय ☛ सलाह, मत, परामर्श, सम्मति, मंत्रणा. 
  288. राधा ☛ राधिका, हरिप्रिया, ब्रजरानी, सर्वेश्वरी, वृषभानुजा, वृषभानदुलारी. 
  289. रामचन्द्र ☛ सीतापति, रघुपति, रघुवीर, राघव, रघुनंदन, अवधेश, अवधनरेश, पुरुषोत्तम, कमलनयन. 
  290. रीति ☛ विधि, विधान, नियम, कायदा, तरीका, कानून.
  291. लक्ष्मी ☛ रमा, श्री, हरिप्रिया, कमला, पद्मा, पद्मासना, समुद्रजा, भार्गवी, सिंधुसुता, इंदिरा, क्षीरोद. 
  292. लक्ष्मण ☛ रामानुज, लखन, सुमित्रापुत्र, शेषावतार, शेष, सौमित्र, अनंत. 
  293. लग्न ☛ नत्थी, सम्बद्ध, संलग्न, संयुक्त.
  294. लघु ☛ छोटा, थोड़ा, न्यून, हल्का. 
  295. लता ☛ लतिका, बेल, बल्ली, बल्लरी. 
  296. लज्जा ☛ हया, लाज, शर्म, संकोच, व्रीड़ा. 
  297. ललित ☛ मनोहर, दिलकश, रमणीय, मनभावन, मनोज.
  298. लोहा ☛ लौह, सार, आयस, फौलाद, अश्मसार.
  299. वंश ☛ खानदान, कुल, घराना. 
  300. वक्ष ☛ वक्षस्थल, छाती, सीना, उर, उदरस्थल. 
  301. वक्ता ☛ भाषणकर्ता, प्रवक्ता, व्याख्याता, वाचक. 
  302. वक्र ☛ तिर्यक, तिरछा, टेढ़ा, कुटिल. 
  303. वर ☛ मुख्य, प्रधान, श्रेष्ठ, उत्तम, उत्कृष्ट, सर्वोपरि. 
  304. वरण ☛ चयन, चुनाव, छँटाई. 
  305. वचन ☛ वादा, प्रण, बात, कथन, उक्ति.
  306. वर ☛ मुख्य, प्रधान, श्रेष्ठ, उत्तम, उत्कृष्ट, सर्वोपरि. 
  307. वरण ☛ चयन, चुनाव, छँटाई. 
  308. वचन ☛ वादा, प्रण, बात, कथन, उक्ति.
  309. वायु ☛ समीर, पवन, हवा, अनिल, वात, मारुत. 
  310. वास्तविक ☛ असलियत, सत्यता, यथार्थता, सचमुच. 
  311. वादविवाद ☛ बहस, तर्क ☛वितर्क, विमर्श, शास्त्रार्थ, मुबाहिसा, वादानुवाद. 
  312. विकार ☛ बुराई, खराबी, बिगाड़, दोष, विकृति. 
  313. विज्ञ ☛ समझदार, जानकार, ज्ञानी, पंडित, बुद्धिमान, विद्वान. 
  314. विगत ☛ अतीत, व्यतीत, बीता, गया हुआ. 
  315. विद्या ☛ शिक्षा, ज्ञान, गुण, इल्म, सरस्वती, कर्णिका. 
  316. विद्यालय ☛ विद्यामन्दिर, पाठशाला, स्कूल, मदरसा, शिक्षालय, शिक्षणसंस्थान. 
  317. विधि ☛ रीति, प्रणाली, शैली, चाल, तरीका, नियम, पद्धति. 
  318. विधाता ☛ ब्रह्मा, विधि, विरञ्चि, स्रष्टा, अब्जयोनि. 
  319. विष्णु ☛ विधु, विश्वरुप, विश्वम्भर, वनमाली, गरुड़ध्वज, अच्युत, जनार्दन, चक्रपाणि, चक्रधर, गदाधर, मुकुन्द, नारायण, दामोदर, माधव, गोविन्द, लक्ष्मीपति, इन्दिरापति, रमापति, जलाशायी, उपेन्द्र, पीताम्बर, चतुर्भुज, मधुरिपु, रमेश, मुरारी, शंखधर, हृषिकेश, केशव. 
  320. विपन्न ☛ विपत्तिग्रस्त, दुःखी, पीड़ित, व्यथित, अार्त. 
  321. विपत्ति ☛ विपदा, आपदा, संकट, आफत, मुसीबत. 
  322. विनाशी ☛ विनाशशील, नश्वर, अनित्य, मरणशील, मरणधर्मी. 
  323. विनिमय ☛ आदान ☛प्रदान, अदला ☛बदली, लेन ☛देन, व्यतिहार. 
  324. विपरीत ☛ उल्टा, खिलाफ, प्रतिकूल, विरुद्घ. 
  325. विफल ☛ निरर्थक, निष्फल, व्यर्थ, बेकार, फलरहित. 
  326. विमल ☛ निर्मल, पवित्र, पावन, स्वच्छ, विशुद्ध. 
  327. विमान ☛ हवाईजहाज, वायुयान, खग, उड़नखटोला, नभयान. 
  328. विराम ☛ विश्राम, आराम, अटकाव, ठहराव. 
  329. विवश ☛ बेबस, मजबूर, लाचार, असहाय, बाध्य. 
  330. विलोम ☛ विरुद्ध, विपरीत, प्रतिलोम, उलटा, खिलाफ, प्रतिकूल. 
  331. विवेचन ☛ निरुपण, जाँच, समीक्षण, मीमांसा. 
  332. विवरण ☛  वर्णन, ब्यौरा, खुलासा, तफसील. 
  333. विशिष्ट ☛ श्रेष्ठ, मुख्य, प्रधान, गणमान्य. 
  334. विशद ☛ स्पष्ट, साफ, प्रकट, व्यक्त. 
  335. विष्टा ☛ मल, पुरीष, गूह. 
  336. विष ☛ जहर, गरल, कालकूट, हलाहल, माहुर. 
  337. विषम ☛ असंगत, अनमेल, असमान, बेमेल, बेजोड़. 
  338. विषम ☛ उग्र, भयंकर, भीषण, भयावह, खौफनाक. 
  339. वीर्य ☛ धातु, शुक्र, सार, तेज, जीवन, बीज. 
  340. विस्तृत ☛ फैला हुआ, लंबा ☛चौड़ा, विशाल, विस्तीर्ण. 
  341. विह्वल ☛ बेचैन, आकुल, व्याकुल, व्यग्र, विक्षुब्ध. 
  342. वृत्त ☛ गोला, घेरा, मण्डल. 
  343. वृत्ति ☛ रोजी, रोजगार, जीविका धन्धा, पेशा. 
  344. वृत्तान्त ☛ हाल, समाचार, खबर. 
  345. वृथा ☛ व्यर्थ, बेकार, निरर्थक, बेफायदा, निष्प्रयोजन, निष्प्रयोज्य. 
  346. वृक्ष ☛ पेड़, गाँछ, शाखी, पादप, विटप, रुख, द्रुम. 
  347. वृद्धि ☛ उन्नति, विकास, बढोत्तरी, बढ़ती, प्रसार, वर्द्धन.
  348. विभा ☛ प्रभा, आभा, चमक, शोभा, कान्ति. 
  349. विवाह ☛ शादी, ब्याह, गठबंधन, निकाह, गठजोड़, परिणय, पाणिग्रहण. 
  350. विधवा ☛ राँड, पतिहीना, पतिविहीना, पतिरहिता, अनाथा.
  351. विवेचन ☛ निरुपण, जाँच, समीक्षण, मीमांसा. 
  352. विवरण ☛  वर्णन, ब्यौरा, खुलासा, तफसील. 
  353. विशिष्ट ☛ श्रेष्ठ, मुख्य, प्रधान, गणमान्य. 
  354. विशद ☛ स्पष्ट, साफ, प्रकट, व्यक्त. 
  355. विष्टा ☛ मल, पुरीष, गूह. 
  356. विष ☛ जहर, गरल, कालकूट, हलाहल, माहुर. 
  357. विषम ☛ असंगत, अनमेल, असमान, बेमेल, बेजोड़. 
  358. विषम ☛ उग्र, भयंकर, भीषण, भयावह, खौफनाक. 
  359. वीर्य ☛ धातु, शुक्र, सार, तेज, जीवन, बीज. 
  360. विस्तृत ☛ फैला हुआ, लंबा ☛चौड़ा, विशाल, विस्तीर्ण. 
  361. विह्वल ☛ बेचैन, आकुल, व्याकुल, व्यग्र, विक्षुब्ध. 
  362. वृत्त ☛ गोला, घेरा, मण्डल. 
  363. वृत्ति ☛ रोजी, रोजगार, जीविका धन्धा, पेशा. 
  364. वृत्तान्त ☛ हाल, समाचार, खबर. 
  365. वृथा ☛ व्यर्थ, बेकार, निरर्थक, बेफायदा, निष्प्रयोजन, निष्प्रयोज्य. 
  366. वृक्ष ☛ पेड़, गाँछ, शाखी, पादप, विटप, रुख, द्रुम. 
  367. वृद्धि ☛ उन्नति, विकास, बढोत्तरी, बढ़ती, प्रसार, वर्द्धन. 
  368. वेशभूषा ☛ पोशाक, पहनावा, लिबास, परिधान. 
  369. वेश्या ☛ तवायफ, रण्डी, सदासुहागिन, वारांगना, पतुरिया, चञ्चला, गणिका. 
  370. वेतन ☛ पगार, तनख्वाह, तलब. 
  371. वैचित्र्य ☛ अजूबा, अनोखापन, अनूठापन, निरालापन, विलक्षणता. 
  372. वैभव ☛ सम्पत्ति, सम्पदा, सम्पन्नता, समृद्धि, धन ☛दौलत
  373. व्यभिचारिणी ☛ छिनार, कुलटा, स्वैरिणी, पुंश्चली. 
  374. व्यवधान ☛ अड़चन, बाधा, रोड़ा, अवरोध, विघ्न. 
  375. व्यवस्था ☛ बन्दोबस्त, आयोजन, इन्तजाम, प्रबन्ध. 
  376. व्याख्या ☛ वर्णन, विवेचन, टीका. 
  377. व्याघ्र ☛ शिकारी, आखेटक, बहेलिया, लुब्धक. 
  378. व्रीड़ा ☛ शर्म, हया, लाज, लज्जा, संकोच. 
  379. व्रत ☛ संकल्प, प्रतिज्ञा, दृढ़निश्चय. 
  380. विद्युत ☛ बिजली, चपला, चम्पा, चञ्चला, छटा, तड़ित, दामिनी, सौदामिनी, अंशिन, घनवल्ली, बीजुरी, काञ्चन, कौंधा, क्षणप्रभा.
  381. शंकर ☛ शिव, महादेव, कैलाशपति, उमापति, शम्भु, भोलेनाथ, महेश, देवाधिदेव, मदनारि, चंद्रमौली, त्रिपुरारी. 
  382. शरण ☛ पनाह, आश्रय, रक्षा, त्राण, संश्रय. 
  383. शपथ ☛ सौगंध, प्रतिज्ञा, कसम, हलफ, संकल्प, सौंह. 
  384. शनैः ☛ धीमा, धीरे, हौले, आहिस्ता. 
  385. शव ☛ मुर्दा, लाश, मिट्टी, लोथ.
  386. शाप ☛ दुर्वचन, बद्दुआ, अवग्रह. 
  387. शरीर ☛ देह, तन, काया, अंग, बदन, गात, वपु. 
  388. शायद ☛ सम्भवतः, स्यात्, कदाचित्. 
  389. शालीन ☛ शिष्ट, भद्र, नम्र, विनर्म, सौम्य, सलज्ज. 
  390. शिरा ☛ धमनी, नस, नाड़ी. 
  391. शिखा ☛ चोटी, जूड़ा, चुटिया, चुंडी. 
  392. शिकार ☛ अहेर, आखेट, मृगया. 
  393. शिकारी ☛ अहेरी, आखेटक, बहेलिया, व्यार्घ, लुब्धक. 
  394. शिल्पी ☛ शिल्पकार, कारीगर, दस्तकार. 
  395. शिथिल ☛ सुस्त, आलसी, मंद, ढीला, अशक्त. 
  396. शिष्ट ☛ सौम्य, सभ्य, शालीन, भद्र, सम्भ्रांत, नम्र, विनम्र, अनुशासित. 
  397. शिक्षा ☛ सीख, तालीम, उपदेश, नसीहत, ज्ञान, प्रशिक्षण. 
  398. शुभ ☛ शुभकर, शुभदा, मंगल, मंगलकारी, मंगलप्रद, कल्याणप्रद, कल्याणकारी.
  399. श्रृंगार ☛ सिंगार, भूषा, साजसज्जा, सजावट, रूपसज्जा. 
  400. शेर ☛ वनराज, सिंह, शार्दूल, चित्रक, मृगराज, हरि, केहरि, केशरी. 
  401. शैली ☛ ढंग, रिति, प्रणाली, विधि, परिपाटी. 
  402. शेषनाग ☛ नाग, पन्नग, फणीश, भुंजग, ब्याल, अहि, उरग. 
  403. शोध ☛ खोज, अनुसन्धान, गवेषणा. 
  404. शोभा ☛ सुन्दरता, सौन्दर्य, मनोहरता, मञ्जुलता, सुषमा, छटा, छवि. 
  405. श्मशान ☛ मसान, मरघट, दाहस्थल, कब्रगाह. 
  406. श्रेष्ठ ☛ उत्तम, उत्कृष्ट, विशिष्ट, मुख्य, प्रधान, सर्वोपरि. 
  407. श्रमिक ☛ मजदूर, कामगार, श्रमजीवी, मेहनतकश, मिहनतकश.
  408. षण्ड ☛ नामर्द, हिजड़ा, नपुंसक, जनखा, क्लीव. 
  409. षड्यन्त्र ☛ साजिश, अभिसंधि, दुरभिसंधि, कुचक्र.
  410. संतान ☛ औलाद, बाल ☛बच्चे, संतति. 
  411. संकेत ☛ इशारा,, इंगित, सैन. 
  412. संगम ☛ मेल, मिलाप, मिलन, साथ, संग, संयोग, समागम, सम्मिलित. 
  413. संग्रह ☛ एकत्र, इकट्ठा, जमाव, संचय, संकलन. 
  414. संतप्त ☛ दुःखी, पीड़ित, वेदनाग्रस्त, व्यथित, क्लेशित. 
  415. संक्रामक ☛ छुतहा,, सांसर्गिक, संस्पर्शज. 
  416. संलग्न ☛ अनुबद्ध, नत्थी, सम्बद्ध, संयुक्त. 
  417. संतोष ☛ सब्र, संतुष्टि, तुष्टि, तृप्ति, तोष, इत्मीनान. 
  418. संध्या ☛ सायंकाल, साँझ, निशारम्भ, दिनावसान, दिनान्त, प्रदोषकाल, गोधूलि. 
  419. संदिग्ध ☛ शंका, संदेहजनक, संशयान्वित, शंकास्पद. 
  420. संन्यासी ☛ त्यागी, बैरागी, दणडी, विरत, परिब्राजक. 
  421. संस्थापक ☛ संचालक, मूलकर्ता, प्रवर्तक. 
  422. संवाद ☛ बातचीत, वार्तालाप, सम्भाषण. 
  423. संसार ☛ जग, जगत्, जगती, विश्व, दुनिया, इहलोक. 
  424. सजग ☛ सचेत, सतर्क, चौकस, चौकन्ना, सावधान, होशियार. 
  425. सफल ☛ कामयाब, फलवान, फलीभूत, कृतार्थ, कृतकृत्य. 
  426. संहार ☛ नाश, बरबादी, अन्त, समाप्ति, ध्वंस, विध्वंस. 
  427. सच्चा ☛ सत्यवादी, सत्यवान, सत्यभाषी, सत्यव्रत, सत्यधर्मी, सत्यनिष्ठ. 
  428. सदा ☛ सदैव, हमेशा, हरदम, नित्य, निरंतर, चिरन्तर. 
  429. समय ☛ वक्त, बेला, काल, अवधि. 
  430. सभ्यता ☛ शिष्टता, शिष्टाचार, भद्रता, सुशीलता, शीलवत्ता. 
  431. समकालीन ☛ समकालिक, समसामयिक, समवयस्क. 
  432. समता ☛ समानता, बराबरी, तुल्यता, साम्य, समत्व, सादृश्य. 
  433. समान ☛ बराबर, सम, तुल्य, अनुरूप, तत्सम, तद्रूप, सदृश. 
  434. समस्त ☛ सारा, समूचा, समर्ग, पूरा, कुल. 
  435. समन्वय ☛ सामंजस्य, संसर्ग, मेल, मध्य ☛मार्ग. 
  436. समर्थन ☛ अनुमोदन, मंडन, पक्षपोषण, पिष्टपोषण. 
  437. समीचीन ☛ ठीक, मुनासिब, उचित, वाजिब, उपयुक्त. 
  438. समाप्ति ☛ खात्मा, समापन, अन्त, इति, इतिश्री. 
  439. समिति ☛ संघ, संघटन, सभा, संस्था, संस्थान, गोष्ठी, मण्डली. 
  440. समीक्षा ☛ विवेचना, आलोचना, समालोचना, मीमांसा, निरूपण. 
  441. सरल ☛ आसान, सहज, सुगम, बोधगम्य, बोधात्मक, सुबोध. 
  442. समुद्र ☛ सागर, जलधाम, जलधि, नीरनिधि, उदधि, अब्धि, नीरधि, पयोधि, पयोनिधि, तोयनिधि, वारिधि, सिन्धु, नदीश, अर्णव, वारीश, पारावार, रत्नाकर. 
  443. सम्राट ☛ शाहंशाह, महाराजा, राजाधिराज, भूपति, अधिपति, अधीश्वर, नृपति. 
  444. समूह ☛ झुण्ड, संघ, संगठन, टोली, दल, मण्डली, समुदाय, वृन्द, निकर, निकाय, गण, पुन्ज, समुच्चय, कलाप, जत्था, राशि. 
  445. साफ ☛ निर्मल, स्वच्छ, पवित्र, उजला, उज्ज्वल, श्वेत, शुभ्र, धवल, गौर, शुचि, शुक्ल, सिति. 
  446. सरस्वती ☛ शारदा, वीणा, वीणापति, वीणावादिनी, हंसवाहिनी, गिरा, भाषा, भारती, इला, ब्राह्मी, वागीश, वागेश्वरी, महाश्वेता, निधात्री, वागिवधात्री, कर्णिका.
  447. सर्प ☛ सरीसृप, सांप, अहि, नाग, विषधर, मणिधर, फणिधर, व्याल, फणी, भुजंग, उरग, पन्नग, द्विजि. 
  448. सारंग ☛ कोयल, सिंह, हाथी, मृगा, कामदेव. 
  449. सारांश ☛ निचोड़, सार, संक्षेप. 
  450. सिंह ☛ शेर, वनराज, शार्दूल, हरि, केशी, केहरि, केशरी, मृगारि, मृगराज, मृगेन्द्र, व्याघ्र, पुण्डरीक, वनहरि, बाहुबल, चित्रक, नाहर, नखायुध. 
  451. सिंहासन ☛ तख्त, राजगद्दी, राजासन. 
  452. सिफारिश ☛ अभिस्ताव, संस्तुति, अनुशंसा. 
  453. सुगन्धि ☛ सुरभि, महक, खुशबू, सुवास, परिमल. 
  454. सीता ☛ जानकी, जनककिशोरी, जनकतनया, जनकसुता, जगजननि, भूमिजा, वैदेही, रामप्रिया. 
  455. सुन्दर ☛ मोहक, मनोहर, मनोरम, मनभावन, रम्य, रुचिर, खूबसूरत, रमणीक, रमणीय, चारू, मनोज, ललित, कलित, कमनीय, मंजुल, ललाम. 
  456. सुन्दरी ☛ सुदर्शना, सुभगा, रुपराशि, रूपसी, छबीली, हसीना. 
  457. सीमित ☛ परिमित, परीसीमित, निश्चित, निर्धारित, मर्यादित. 
  458. सुख ☛ आनंद, मजा, चैन, परितोष. 
  459. सूर्य ☛ दिनकर, दिवाकर, भास्कर, प्रभाकर, भानु, अक्र, आदित्य, सविता, पतंग, कमलबन्धु, मारीचिमाली, चण्डांशु, रवि, हंस, तेजोराशि, दिनमणि. 
  460. सौम्य ☛ शिष्ट, नम्र, शांत, मिलनसार, विनीत. 
  461. सुबोध ☛ सुगम, सरल, आसान, सुस्पष्ट, बोधगम्य. 
  462. सुविधा ☛ सुगमता, सुभीता, आसानी, सहूलियत. 
  463. सुस्ताना ☛ रुकना, आराम, ठहरना, दम लेना, विश्राम. 
  464. सोना ☛ स्वर्ण, सुवर्ण, कञ्चन, हाटक, हेम, हिरण्य, जातरुप, जातक, चामीकर, पुष्कल, कनक, रुक्म, तामरस. 
  465. स्तन ☛ छाती, उरोज, कुच, उरस. 
  466. सुअर ☛ वाराह, वराह, शूकर, सूकर. 
  467. स्तुति ☛ पूजा, अर्चना, आराधना, प्रार्थना, प्रशंसा. 
  468. स्पष्ट ☛ प्रत्यक्ष, व्यक्त, प्रकट, साफ, जाहिर. 
  469. स्त्री ☛ महिला, नारी, सुन्दरी, प्रिया, अबला, रमणी, कामिनी, भामिनी, भार्या, वामा, वनिता, आर्या, अंगना, कलत्र, प्रमदा, ललना, कान्ता. 
  470. स्थिर ☛ स्थायी, स्थावर, निश्चल, दृढ़, अडिग. 
  471. स्थल ☛ भूमि, स्थान, जगह, ठाँव, ठौर. 
  472. स्थावर ☛ अचल, अटल, अचर, स्थिर, निश्चल. 
  473. स्थायी ☛ स्थिर, दृढ़, टिकाऊ, मजबूत, पक्का. 
  474. स्वर्ग ☛ देवलोक, परलोक, परमधाम, सुरलोक, इंद्रपुरी, दिव, द्यौ, सुरपुर, नाक, बैकुण्ठ. 
  475. सम्पूर्ण ☛ पूर्ण, समूचा, सर्व, सकल, समग्र, समस्त, अखिल. 
  476. सुन्दर ☛ मोहक, मनोहर, मनोरम, मनभावन, रम्य, रुचिर, खूबसूरत, रमणीक, रमणीय, चारू, मनोज, ललित, कलित, कमनीय, मंजुल, ललाम. 
  477. सुन्दरी ☛ सुदर्शना, सुभगा, रुपराशि, रूपसी, छबीली, हसीना. 
  478. सीमित ☛ परिमित, परीसीमित, निश्चित, निर्धारित, मर्यादित. 
  479. सुख ☛ आनंद, मजा, चैन, परितोष. 
  480. सूर्य ☛ दिनकर, दिवाकर, भास्कर, प्रभाकर, भानु, अक्र, आदित्य, सविता, पतंग, कमलबन्धु, मारीचिमाली, चण्डांशु, रवि, हंस, तेजोराशि, दिनमणि. 
  481. सौम्य ☛ शिष्ट, नम्र, शांत, मिलनसार, विनीत. 
  482. सुबोध ☛ सुगम, सरल, आसान, सुस्पष्ट, बोधगम्य. 
  483. सुविधा ☛ सुगमता, सुभीता, आसानी, सहूलियत. 
  484. सुस्ताना ☛ रुकना, आराम, ठहरना, दम लेना, विश्राम. 
  485. सोना ☛ स्वर्ण, सुवर्ण, कञ्चन, हाटक, हेम, हिरण्य, जातरुप, जातक, चामीकर, पुष्कल, कनक, रुक्म, तामरस.
  486. स्वतन्त्र ☛ आजाद, मुक्त, रिहा, स्वाधीन, स्वायत्त. 
  487. स्वागत ☛ आवभगत, अगवानी, शुभागमन. 
  488. स्वभाव ☛ आदत, मिजाज, प्रकृति, प्रवृत्ति. 
  489. स्वीकार ☛ मंजूरी, कुबूल, स्वीकृति, अंगीकार. 
  490. स्वादिष्ट ☛ मजेदार, जायकेदार, रसदार, रुचिकर.
  491. हंस ☛ मराल, सरस्वतीवाहन, मुक्तभुक्. 
  492. हँसी ☛ मुस्कान, मुस्कुराहट, हास्य, दिल्लगी, मजाक, विनोद, स्मिति. 
  493. हँसमुख ☛ खुशमिजाज, जिंदादिल, प्रफुल्ल, प्रसन्नवदन, प्रसन्नचित्त. 
  494. हठ ☛ जिद, अड़, टेक, दुराग्रह. 
  495. हत्या ☛ वध, कत्ल, खून, जीवघात. 
  496. हताश ☛ निराश, मायूस, आशाहीन, आशारहित. 
  497. हथियाना ☛ अधिकार जमाना, कब्जियाना, हड़पना, दबाना, दखल करना, अधिग्रहण. 
  498. हाथी ☛ गज, गजेंद्र, गयन्द, हस्ती, करी, कुंजर, दन्ती, द्विरद, द्विप, नाग, कुम्भी, सिन्धुर, मतंग, वारण, व्याल, वितुण्ड. 
  499. हरि ☛ इंद्र, चंद्र, विष्णु, बंदर, सिंह, लक्ष्मीपति, पृथ्वीपति, पृथ्वीनाथ, त्रिलोकीनाथ. 
  500. हनुमान ☛ पवनपुत्र, पवनसुत, पवनकुमार, कपीश, कपीश्वर, महावीर, रामदूत, मारुतिनंदन, मारुततनय, बज्रांगी, बजरंगबली, अांजनेय, अंजनिपुत्र, केशरीनंदन. 
  501. हर्ष ☛ खुशी, आनंद, आमोद, प्रसन्नता, आह्लाद. 
  502. हर्षित ☛ खुश, प्रसन्न, प्रफुल्ल, प्रमुदित, आह्लादपूर्ण. 
  503. हार ☛ मात, शिकस्त, पराजय, पराभव. 
  504. हेय ☛ तुच्छ, घटिया, तिरस्कारपूर्ण, उपेक्षापूर्ण, अनादरणीय, गर्हित, नाचीज, नगण्य. 
  505. हवाला ☛ अर्पण, समर्पण, सुपुर्दगी, हस्तान्तरण. 
  506. हित ☛ भला, भलाई, उपकार, मंगल, कल्याण. 
  507. हितैषी ☛ शुभेच्छु, शुभकामी, शुभचिंतक, हितचिंतक, मंगलाकांक्षी. 
  508. ह्रास ☛ कमी, घटाव, गिरावट, हानि, क्षय, क्षति, न्यूनता. 
  509. हिरन ☛ हरिण, मृग, सारंग, बारहसींगा, सुरभी, चितल, कुरंग. 
  510. हिम ☛ बर्फ, तुषार, तुहिन, नीहार. 
  511. हिमालय ☛ हिमाद्रि, हिमगिरि, हिमपति, हिमाञ्चल, नगराज, गिरिराज, नगपति, शैलेंद्र. 
  512. हिस्सेदार ☛ भागीदार, साझेदार, अंशधारी, अंशभागी.
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