र – अक्षर से पर्यायवाची शब्द

अक्षर से पर्यायवाची शब्द निम्नलिखित हैं. 
  • रक्त- खून, लहू, लौहित, लोहू, रुधिर, शोणित. 
  • रक्तपात- खून-खराबा, लड़ाई-झगड़ा, मार-काट. 
  • रंक- निर्धन, कंगाल, दरिद्र, धनहीन, अकिंचन. 
  • रक्षा- सुरक्षा, बचाव, हिफाजत, रखवाली, त्राण. 
  • रमणी- औरत, स्त्री, नारी, वनिता, वामा, भामा. 
  • रत- मग्न, लिप्त, तल्लीन, लीन, अनुरक्त. 
  • रविवार- इतवार, आदित्यवार, रविवासर, सूर्यवार. 
  • रमा- लक्ष्मी, इन्दिरा, पद्मा, श्री, विष्णुप्रिया, कमला, कमलासना. 
  • रस- तत्त्व, सत्त, सार. 
  • रसना- जिह्वा, जीभ, जबान, रसीका, रसेन्द्रिय. 
  • रश्मि- कर, अंशु, किरण, मयूख, मरीच. 
  • रात- रात्रि, निशा, निशीथ, रैन, यामिनी, विभा, विभावरी, शर्वरी, त्रियामा, रजनी, तमी, तमिस्रा, क्षपा, क्षणदा, दोषा. 
  • रावण- दशकन्धर, दशकण्ठ, दशशीश, दशवदन, दशानन, दैत्येन्द्र, लंकेश, लंकाधिपति, राक्षसराज. 
  • राजा- सम्राट, भूप, भूपति, नृप, नृपति, नरेश, नरपति, महीप, राव, नरेंद्र, महिपति, पृथ्वीपति, पृथ्वीनाथ, पृथ्वीपाल, भूपाल, भूस्वामी. 
  • राज्यपाल- गवर्नर, राज्यपति, प्रांतपति, सूबेदार. 
  • राय- सलाह, मत, परामर्श, सम्मति, मंत्रणा. 
  • राधा- राधिका, हरिप्रिया, ब्रजरानी, सर्वेश्वरी, वृषभानुजा, वृषभानदुलारी. 
  • रामचन्द्र- सीतापति, रघुपति, रघुवीर, राघव, रघुनंदन, अवधेश, अवधनरेश, पुरुषोत्तम, कमलनयन. 
  • रीति- विधि, विधान, नियम, कायदा, तरीका, कानून. 
  • रिक्त- खोखला, खाली, शुन्य, रीता, छूछा. 
  • राशि- समूह, पुंज, ढेर. 
  • राहगीर- राही, बटोही, यात्री, मुसाफिर, पथिक. 
  • रिहाई- छुट्टी, मुक्ति, मोक्ष, छुटकारा, उन्मोचन. 
  • रुप- बनावट, आकार, सूरत, शक्ल, आकृति. 
  • रुची- दिलचस्पी, पसंद, चाह, अभिरुचि. 
  • रुग्ण- रोगी, रोगग्रस्त, बीमार, अस्वस्थ, व्याधिग्रस्त. 
  • रोष- गुस्सा, क्रोध, रिष, कोप, अमर्ष. 
  • रोजगार- धंधा, व्यवसाय, कारबार. 
पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं
Synonym को हिंदी भाषा में पर्यावाची या समानार्थी कहते हैं. हिंदी भाषा में भी कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिन का अर्थ दूसरे शब्द के लगभग समान अर्थ होते हैं उसे Synonym Word यानी पर्यावाची शब्द कहते हैं. पर्यावाची शब्द का परिभाषा – समान अर्थ रखने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं. उदाहरण के तौर पर अनुपम का मतलब अनोखा होता है और आदित्य का मतलब यूनिक होता है. अनुपम एवं आदित्य के लगभग समान अर्थ हैं इसलिए यह दोनों शब्द पर्यायवाची शब्द है. 
पर्यायवाची शब्दों का ज्ञान क्यों आवश्यक है?
लेखन में लगातार एक ही शब्द का प्रयोग करने से लेखन उबाऊ हो जाता है. जिससे पढ़ने वाले को नयापन नहीं लगता है. पढ़ने वाले की दृष्टि से अगर उसे पर्यायवाची शब्द का सही मतलब समझ में आएगा तो भाषा की समझ बेहतर हो जाती है. भाषा की सुंदरता एवं आदित्यता बनाए रखने के लिए पर्यायवाची शब्द का प्रयोग आवश्यक माना होता है. लेकिन इसका प्रयोग ध्यान पूर्वक करना चाहिए. उचित शब्दों का चयन करना अति आवश्यक होता है.
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