भ – अक्षर से पर्यायवाची शब्द

अक्षर से पर्यायवाची शब्द निम्नलिखित हैं. 

  • भगिनी- बहन, दीदी, जीजी, सहोदरा. 
  • भंगिमा- वक्रता, कुटिलता, टेढ़ापन. 
  • भंडार- मालखाना, गोदाम, आगार, संग्रहालय, संग्रहागार. 
  • भंगुर- नश्वर, नाशवान, क्षणिक, क्षणभंगुर, भग्नशील. 
  • भव्य- मनोहर, शानदार, आलीशान, दिव्य, रमणीय. 
  • भला- बढ़िया, नेक, अच्छा, सज्जन, उत्तम. 
  • भर्त्सना- झिड़की, कुत्सा, डाँट-डपट, निन्दा, फटकार, दुत्कार.
  • भाँड- मसखरा, जोकर, विदूषक. 
  • भाल- माथा, कपाल, ललाट, मस्तक. 
  • भाग- हिस्सा, अंग, अंश, ठुकड़ा, खण्ड, अवयव. 
  • भाग्य- मुकद्दर, किस्मत, तकदीर, नसीब, प्रारब्ध. 
  • भारी- वजनदार, वजनी, बोझिल. 
  • भारत- हिन्दुस्तान, भारतखण्ड, जम्बूद्वीप, आर्यावर्त्त. 
  • भारती- शारदा, सरस्वती, वीणावादिनी, वाचा, वाणी, वागीश, वागेश्वरी, विधात्री, विद्यादेवी, गिरा, ब्राह्मी. 
  • भास्कर- दिवाकर, दिनकर, प्रभाकर, प्रकाशवान, चमकीला, चमकदार, दीप्तिमय, अाभामय. 
  • भाषा- जबान, वाणी, बोली, गिरा. 
  • भाषाविज्ञान- भाषाशास्त्र, शब्दशास्त्र, शब्दविज्ञान, अक्षरशास्त्र. 
  • भीड़- जमघट, जमावड़ा, जनसमूह, जनसंकुल, भीड़-भाड़,
  • भीड़-भड़क्का. 
  • भिड़ंत- संघात, संघर्ष, संघट्ट, टक्कर, मुठभेड़. 
  • भिक्षुक- भिखारी, भिखमंगा, याचक. 
  • भिन्न- अलग, जुदा, पृथक्, विविध, विभिन्न. 
  • भुगतान- चुकौती, अदायगी, भरपाई, बेबाकी. 
  • भूमिका- प्रस्तावना, आमुख, मुखबन्ध, प्राक्कथन, दो शब्द, पूर्व-पीठिका, लेखकीय. 
  • भेदिया- भेदी, जासूस, दूत, गुप्तचर. 
  • भ्रष्ट- लुच्चा, लफंगा, लम्पट, दुष्ट, बदमाश, पाजी, दुर्वृत्त. 
  • भौचक्का- हैरान, चकित, आश्चर्यचकित, हक्का-बक्का, विस्मित. 
  • भूल- चूक, गलती, त्रुटि, भ्रम, अशुद्धि. 
  • भोला- सीधा, सरल, निर्दोष, निष्छल, निष्कपट, निष्काम, अकुटिल. 
  • भ्रमर- मधुराज, मधुकर, मधुभक्षी, मधुप, भौंरा, भृंग, अलि, द्विरेफे, षट्पद.
पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं
Synonym को हिंदी भाषा में पर्यावाची या समानार्थी कहते हैं. हिंदी भाषा में भी कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिन का अर्थ दूसरे शब्द के लगभग समान अर्थ होते हैं उसे Synonym Word यानी पर्यावाची शब्द कहते हैं. पर्यावाची शब्द का परिभाषा – समान अर्थ रखने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं. उदाहरण के तौर पर अनुपम का मतलब अनोखा होता है और आदित्य का मतलब यूनिक होता है. अनुपम एवं आदित्य के लगभग समान अर्थ हैं इसलिए यह दोनों शब्द पर्यायवाची शब्द है. 
पर्यायवाची शब्दों का ज्ञान क्यों आवश्यक है?
लेखन में लगातार एक ही शब्द का प्रयोग करने से लेखन उबाऊ हो जाता है. जिससे पढ़ने वाले को नयापन नहीं लगता है. पढ़ने वाले की दृष्टि से अगर उसे पर्यायवाची शब्द का सही मतलब समझ में आएगा तो भाषा की समझ बेहतर हो जाती है. भाषा की सुंदरता एवं आदित्यता बनाए रखने के लिए पर्यायवाची शब्द का प्रयोग आवश्यक माना होता है. लेकिन इसका प्रयोग ध्यान पूर्वक करना चाहिए. उचित शब्दों का चयन करना अति आवश्यक होता है.

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