- पंथ- मत, धर्म, सम्प्रदाय.
- पंथ- पथ, रास्ता, डगर, राह, मार्ग.
- पंक- कीच, कर्दम, कीचड़.
- पकड़ना- बंदी बनाना, कैद करना, गिरफ्तार करना.
- पंकिल- मैला, गन्दा, मलिन, मलीन, गन्दला.
- पछतावा- संताप, अनुताप, पश्चाताप, प्रायश्चित, ग्लानि.
- पड़ोसी- प्रतिवासी, प्रतिवेशी, हमसाया.
- पटरानी- बड़ी रानी, महारानी, प्रमुख रानी, राजमहिषी.
- पटु- कुशल, पारंगत, निपुण, होशियार, प्रवीण, निष्णात, दक्ष.
- पत्ता- पत्र, पर्ण, पल्लव, दल, छदन, पात.
- पताका- ध्वज, ध्वजा, फरहरा, झण्डा, केतु, निशान.
- पत्तन- शहर, नगर, नगरी, पुर, पुरी.
- पढ़ाई- अध्ययन, पठन-पाठन, विद्याभ्यास.
- पत्थर- शिला, संग, प्रस्तर, अश्म, पाहन, पाषाण, उत्पर्ल, उपल.
- पत्र- चिट्ठी, खत, पाती.
- पति- स्वामी, नाथ, बालम, जीवनधारा, भर्ता, भतरि, ईश, प्राणप्रिय, वल्लभ, आर्यपुत्र.
- पत्नी- प्रिया, जोरु, घरवाली, गृहिणी, भार्या, दारा, तिय, वामा, धरनी, कान्ता, कलत्र, अर्द्धान्गिनी, बहू, प्राणप्रिय, वधू, औरत, वल्लभा, सहगामिनी.
- पवन- हवा, वायु, मारुत, समीर, समीरण, अनिल, बयार, वात,पवमान, मृगवाहन, नभप्राण, प्राण, प्रकम्पन, प्रभंजन.
- पण्डित- विद्वान, बुध, सुधी, धीर, प्राज्ञ, विज्ञ, सुविज्ञ, कोविद, मनीषी, विलक्षण.
- पर्वत- पहाड़, भूमिधर, भूधर, नग, गिरि, शैल, मेरु, तुंग, धराधर, महीधर, अचल.
- पक्षी- परिन्दा, पंछी, द्विज, खग, चिड़िया, अंडज, विहग, विहंग, पतंग, पखेरु, शकुनि, शकुन्त.
- पथिक- राही, यात्री, पंथी, मुसाफिर, बटोही.
- पथ्य- आहार, भोजन, भोज्य पदार्थ.
- पद- पैर, कदम, पाँव, चरण, पाद, पग, पगु.
- पराग- पुष्परज, पुष्पधूलि, रंज, कुसुमरज.
- परशुराम- परशुधर, जामदग्न्य, रेणुकातनय, भृगुसुत, भृगुनन्दन, भार्गव.
- परन्तु- लेकिन, मगर, किन्तु, पर.
- परख- परीक्षण, जाँच, छानबीन, जाँच-पड़ताल, पहचान.
- परछाई- प्रतिबिम्ब, छाया, साया, प्रतिच्छाया, झाईं.
- परतन्त्र- गुलाम, अधीन, परवश, पराश्रित, पराधीन.
- पर्दा- ओट, आड़, छिपाव, आवरण, नेपथ्य, यावनिका.
- पराया- गैर, दूसरा, बेगाना, और.
- परमार्थ- परोपकार, उपकार, भलाई.
- पराक्रम- शक्ति, ताकत, बल, पौरुष, पुरुषार्थ.
- परिक्रमा- फेरा, चक्कर, परिभ्रमण, प्रदक्षिणा.
- पराजित- परास्त, पराभूत, हारा हुआ, विजित.
- परिचय- पहचान, जानकारी, मुलाकात, वाकफियत, अभिज्ञान.
- परिणय- विवाह, शादी, ब्याह, पाणिग्रहण.
- परिचर्या- खिदमत, देख-भाल, सेवा, टहल, चाकरी, शुश्रूषा.
- परिताप- दर्द, पीड़ा, दुःख, क्लेश, व्यथा.
- परिणाम- निष्कर्ष, अंजाम, फल, नतीजा, निष्पतित.
- परिपाटी- प्रचलन, प्रथा, चलन, रीति, रिवाज, तरीका, ढंग, परम्परा, रुढि, दस्तूर, प्रणाली, पद्धति.
- परिवर्तन- बदलाव, तबदीली, फेर-बदल, हेर-फेर, अदल-बदल.
- परिभव- तिरस्कार, अपमान, अवमान, अनादर, अवहेलना, उपेक्षा.
- परिमण्डल- परिधि, घेरा, चक्कर, वृत्त.
- परिवार- खानदान, कुनबा, कुल, कुटुम्ब, घराना.
- परिवाद- अपवाद, बुराई, निन्दा, अपयश, बदनामी, अपकीर्त्ति.
- परिष्कार- संस्कार, संशोधन, शुद्धि, सफाई, परिमार्जन.
- परिष्कृत- साफ, स्वच्छ, शुद्ध, परिमार्जित, प्रांजल.
- परेशान- आकुल, बेजार, उद्विग्न, क्षुब्ध.
- परुष- कड़ा, कठोर, निर्दय, निष्ठुर, कर्कश.
- परोक्ष- गुप्त, अप्रत्यक्ष, अगोचर, ओझल, तिरोहित.
- पर्याप्त- काफी, बहुत, प्रचुर, यथेष्ट.
- पल- लमहा, क्षण, अंश, दम, सेकण्ड, निमेष.
- पल्लव- पत्ती, पर्ण, पात, किसलय, कोंपल.
- पल्ला- दामन, आँचल, छोर.
- पवित्र- शुद्ध, साफ, पावन, पाक, शुचि, स्वच्छ, विशुद्ध, पुनीत.
- पश्चाताप- अफसोस, पछतावा, ग्लानि, संताप, अनुताप.
- पसीना- प्रस्वेद, श्रमकण, श्रमसीकर.
- पशु- मवेशी, जानवर, जन्तु, चौपाया, चतुष्पाद.
- पागल- बावला, दीवाना, उन्मत्त, विक्षिप्त.
- पाणि- हस्त, हाथ, कर.
- पाण्डुलिपि- हस्तलिपि, पाण्डुलेख, मसौदा.
- पाप- गुनाह, अपकर्म, पातक, अध, कलुष.
- पाखण्ड- ढोंग, ढकोसला, प्रपंच, स्वांग, आडम्बर.
- पान- पर्णलता, ताम्बुल, नागबल्ली, नागरबेल, नागिनी पत्र, सप्तशिला.
- पाला- नीहार, प्रालेय, हिम, तुषार.
- पिता- बाप, वालिद, तात, जनक.
- पार्वती- गौरी, सती, हेमवती, शिवा, मैनसुता, शैलसुता, भवानी, चण्डी, दुर्गा, गिरिजा, गिरिराज कुमारी, उमा, अम्बिका, अर्पणा, आर्या, अभया, सर्वमंगला, ईश्वरी, मृडानी, रुद्रानी.
- पुत्र- बेटा, पूत, सुत, तनया, लड़का, औरस, आत्मज.
- पुत्री- बेटी, सुता, तनय, लड़की, दुहिता, आत्मजा.
- पीड़ा- दर्द, तकलीफ, यातना, वेदना, यंत्रणा, व्यथा.
- पिक- कोयल, कोकिला, कलकण्ठ, श्यामा, वसन्तदूती.
- पुंज- जमाव, ढेर, समूह, राशि, अम्बार.
- पीछे- उपरान्त, पश्चात, बाद में, फिर, अनन्तर.
- पूज्य- अर्चनीय, उपास्य, आराध्य, पूजनीय, वंद्य, वंदनीय.
- पूजा- वन्दना, अर्चना, उपासना, आराधना, इबादत.
- पुरातन- पुराना, प्राचीन, प्राक्त, भूतकालीन, पूर्वकालीन, प्राक्कालीन.
- पुश्कल- बहुत, अधिक, प्रचुर, इफरात, ढेर-सा, अत्यन्त, अतिशय, विपुल.
- पूर्ण- समूचा, पूरा, कुल, सारा, सम्पूर्ण, समग्र, सकल.
- पुष्टि- समर्थन, अनुमोदन, हिमायत.
- प्रख्यात- विख्यात, प्रसिद्ध, मशहूर, नामी, नामवर, यशस्वी, लब्ध-प्रतिष्ठ, प्रतिष्ठित, विश्रुत.
- प्रगति- तरक्की, उन्नति, बढ़ती, विकास, श्रीवृद्धि.
- प्रचुरता- प्रभूतता, बहुलता, बहुतायत, आधिक्य, इफरात.
- प्रगल्भ- घमण्डी, अहंकारी, अभिमानी, दंभी, गर्वीला.
- प्रचण्ड- भयंकर, भयानक, खौफनाक, भीषण, उर्ग.
- प्रज्ञा- बुद्धि, ज्ञान, समझ, प्रतिभा, मेधा.
- प्रजा- जन, जनता, लोक, रैयत, रिआया.
- प्रजातन्त्र- लोकतन्त्र, जनतन्त्र, जनगण.
- प्रभात- प्रातः, सवेरा, सुबह, ऊषा, अरुणोदय.
- प्रणय- स्नेह, प्रेम, प्रीति, अनुराग, अनुरक्ति.
- प्रसन्नता- खुशी, हर्ष, आह्लाद, आनन्द, प्रफुल्लता.
- प्रकाश- ज्योति, दीप्ति, प्रभा, द्युति, छवी, चमक, आलोक, रोशनी, उजाला.
- प्राणी- जानदार, प्राणधारी, जीवधारी, जीव, सजीव.
- प्रारब्ध- नसीब, किस्मत, तकदीर, प्रालब्ध, अदृष्ट, भाग्य.
- प्रपात- स्रोत, झरना, निर्झर, उत्स.
- प्रभा- प्रकाश, दीप्ति, द्युति, चमक, विभा.
- प्रौढ़- बुजुर्ग, प्रबुद्ध, अधेड़, पक्की उम्र का.
- प्रार्थना- विनती, विनय, निवेदन, अर्ज, आराधना, याचना.
- प्रिया- प्यारी, प्रिये, प्रेमिका, प्रेयसी, प्रियतमा, सजनी,
- दिलरुबा, वल्लभा.
- प्रिय- प्यारा, प्रियतम, दुलारा, वल्लभ, वत्सल.
- पोत- जलयान, जहाज.
- प्रेम- प्यार, मोहब्बत, स्नेह, ममता, दुलार, रति, प्रीति, लाड़-प्यार, प्रणय, अनुराग.
- प्रेमी- प्यारा, प्रियतम, स्नेही, अनुरागी, आशिक.
- प्रोत्साहन- उत्साहवर्धन, हौसला, बढ़ावा.
- पृथ्वी- भू, भूमि, अचला, धरा, धरती, धरित्री, धरणी, क्षोणी, क्षिति, जगती, उर्वी, मेदिनी, मही, धाप्ती, वसुमति, बीजप्रसु, अवनि, ईला, वसुधा, वसुन्धरा, प्रहुभि.
पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं
Synonym को हिंदी भाषा में पर्यावाची या समानार्थी कहते हैं. हिंदी भाषा में भी कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिन का अर्थ दूसरे शब्द के लगभग समान अर्थ होते हैं उसे Synonym Word यानी पर्यावाची शब्द कहते हैं. पर्यावाची शब्द का परिभाषा – समान अर्थ रखने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं. उदाहरण के तौर पर अनुपम का मतलब अनोखा होता है और आदित्य का मतलब यूनिक होता है. अनुपम एवं आदित्य के लगभग समान अर्थ हैं इसलिए यह दोनों शब्द पर्यायवाची शब्द है.
पर्यायवाची शब्दों का ज्ञान क्यों आवश्यक है?
लेखन में लगातार एक ही शब्द का प्रयोग करने से लेखन उबाऊ हो जाता है. जिससे पढ़ने वाले को नयापन नहीं लगता है. पढ़ने वाले की दृष्टि से अगर उसे पर्यायवाची शब्द का सही मतलब समझ में आएगा तो भाषा की समझ बेहतर हो जाती है. भाषा की सुंदरता एवं आदित्यता बनाए रखने के लिए पर्यायवाची शब्द का प्रयोग आवश्यक माना होता है. लेकिन इसका प्रयोग ध्यान पूर्वक करना चाहिए. उचित शब्दों का चयन करना अति आवश्यक होता है.