श अक्षर से पर्यायवाची शब्द निम्नलिखित हैं.
- शंका- शक, आशंका, सन्देह, शुबहा, संशय.
- शंकर- शिव, महादेव, कैलाशपति, उमापति, शम्भु, भोलेनाथ, महेश, देवाधिदेव, मदनारि, चंद्रमौली, त्रिपुरारी.
- शरण- पनाह, आश्रय, रक्षा, त्राण, संश्रय.
- शपथ- सौगंध, प्रतिज्ञा, कसम, हलफ, संकल्प, सौंह.
- शनैः- धीमा, धीरे, हौले, आहिस्ता.
- शव- मुर्दा, लाश, मिट्टी, लोथ.
- शत्रु- दुश्मन, प्रतिद्वंदी, विपक्षी, प्रतिपक्षी, रिपु, बैरी, अरि.
- शस्त्र- हथियार, अस्त्र, आयुध.
- शक्ति- बल, जोर, क्षमता, ताकत, सामर्थ्य.
- शाश्वत- सनातन, सर्वकालिक, चिरंतर, अक्षय, नित्य, स्थायी.
- शाप- दुर्वचन, बद्दुआ, अवग्रह.
- शरीर- देह, तन, काया, अंग, बदन, गात, वपु.
- शायद- सम्भवतः, स्यात्, कदाचित्.
- शालीन- शिष्ट, भद्र, नम्र, विनर्म, सौम्य, सलज्ज.
- शिरा- धमनी, नस, नाड़ी.
- शिखा- चोटी, जूड़ा, चुटिया, चुंडी.
- शिकार- अहेर, आखेट, मृगया.
- शिकारी- अहेरी, आखेटक, बहेलिया, व्यार्घ, लुब्धक.
- शिल्पी- शिल्पकार, कारीगर, दस्तकार.
- शिथिल- सुस्त, आलसी, मंद, ढीला, अशक्त.
- शिष्ट- सौम्य, सभ्य, शालीन, भद्र, सम्भ्रांत, नम्र, विनम्र, अनुशासित.
- शिक्षा- सीख, तालीम, उपदेश, नसीहत, ज्ञान, प्रशिक्षण.
- शुभ- शुभकर, शुभदा, मंगल, मंगलकारी, मंगलप्रद, कल्याणप्रद, कल्याणकारी.
- शुक्ल- श्वेत, सफेद, उजला, उज्ज्वल, धौला, धवल, गौर, सित, शुभ्र, अवदात.
- शुन्य- खाली, रिक्त, रहित, हीन, विहीन.
- शीघ्र- जल्दी, तुरंत, अविलंब, त्वरित, तत्क्षण, क्षिप्र, आशु.
- श्रृंगार- सिंगार, भूषा, साजसज्जा, सजावट, रूपसज्जा.
- शेर- वनराज, सिंह, शार्दूल, चित्रक, मृगराज, हरि, केहरि, केशरी.
- शैली- ढंग, रिति, प्रणाली, विधि, परिपाटी.
- शेषनाग- नाग, पन्नग, फणीश, भुंजग, ब्याल, अहि, उरग.
- शोध- खोज, अनुसन्धान, गवेषणा.
- शोभा- सुन्दरता, सौन्दर्य, मनोहरता, मञ्जुलता, सुषमा, छटा, छवि.
- श्मशान- मसान, मरघट, दाहस्थल, कब्रगाह.
- श्रेष्ठ- उत्तम, उत्कृष्ट, विशिष्ट, मुख्य, प्रधान, सर्वोपरि.
- श्रमिक- मजदूर, कामगार, श्रमजीवी, मेहनतकश, मिहनतकश.
पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं
Synonym को हिंदी भाषा में पर्यावाची या समानार्थी कहते हैं. हिंदी भाषा में भी कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिन का अर्थ दूसरे शब्द के लगभग समान अर्थ होते हैं उसे Synonym Word यानी पर्यावाची शब्द कहते हैं. पर्यावाची शब्द का परिभाषा – समान अर्थ रखने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं. उदाहरण के तौर पर अनुपम का मतलब अनोखा होता है और आदित्य का मतलब यूनिक होता है. अनुपम एवं आदित्य के लगभग समान अर्थ हैं इसलिए यह दोनों शब्द पर्यायवाची शब्द है.
पर्यायवाची शब्दों का ज्ञान क्यों आवश्यक है?
लेखन में लगातार एक ही शब्द का प्रयोग करने से लेखन उबाऊ हो जाता है. जिससे पढ़ने वाले को नयापन नहीं लगता है. पढ़ने वाले की दृष्टि से अगर उसे पर्यायवाची शब्द का सही मतलब समझ में आएगा तो भाषा की समझ बेहतर हो जाती है. भाषा की सुंदरता एवं आदित्यता बनाए रखने के लिए पर्यायवाची शब्द का प्रयोग आवश्यक माना होता है. लेकिन इसका प्रयोग ध्यान पूर्वक करना चाहिए. उचित शब्दों का चयन करना अति आवश्यक होता है.